प्रश्न 1. सोन नदी घाटी परियोजना से उत्पादित जल विद्युत का वर्णन कीजिए। [2018]
उत्तर-डेहरी, रोहतास में स्थित पश्चिमी सोन परियोजना, वारूण, औरंगाबाद पूर्वी सोन लिंक नहर जिनसे मात्र 9.90 मेगावाट जल विद्युत उत्पन्न होता है जो क्रमशः 6.60,3:30 है।
प्रश्न 2. अभ्रक कहाँ मिलता है? इसका क्या उपयोग है ?
उत्तर- अभ्रक बिहार में नबादा, बाँका, गया एवं जमुई जिलों में मिलता है । इसका उपयोग बिजली और संचार संयत्र, शीशा, सजावटी समान, अग्निरोधक सामग्री इत्यादी बनाने के साथ-साथ कागज उद्योग, रासायनिक उद्योग, रबड़ उद्योग
में उपयोग होता है।
प्रश्न 3. बिहार की कोई दो जल विद्युत परियोजनाओं के नाम लिखें।
उत्तर-बिहार की दो जल विद्युत परियोजनाएँ-
(i) पश्चिमी सोन नहर जल विद्युत परियोजना—जो डेहरी (रोहतास जिले) में सोन नहर पर बनी है।
(ii) कटैया जल विद्युत परियोजना—जो कोसी की सहायक कटैया नदी पर सुपौल जिले में स्थित है।
प्रश्न 4. बिहार की खनिज-सम्पदा का संक्षिप्त विवरण दें। [2019C]
उत्तर-बिहार में चूना-पत्थर, अभ्रक, डोलोमाइट, सिलिका सैंड, पाइराइट, क्वार्ट्ज, फेल्सपार, चीनी मिट्टी, स्लेट एवं शोरा आदि अधात्विक खनिज मिलते हैं। इनका उपयोग लोहा-इस्पात उद्योग में होता है।
प्रश्न 5. बिहार में तापीय विद्युत केन्द्रों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर- बिहार का तापीय विद्युत केन्द्र-कहलगाँव, काँटी तथा बरौनी है। कहलगाँव सुपर थर्मल पावर की उत्पादन क्षमता 840 मेगावाट है। काँटी तापीय
विद्युत मुजफ्फरपुर के निकट है इसकी उत्पादन क्षमता 120 मेगावाट है। बरौनी ताप विद्युत योजना की उत्पादन क्षमता 145 मेगावाट है। इसके अलावे प्रस्तावित तापीय विद्युत परियोजना नवीनगर में है।
प्रश्न 6. बिहार में जल विद्युत विकास पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-बिहार में जल विद्युत परियोजना का काम तेजी से हो रहा है। इसके विकास के लिए 1982 में बिहार राज्य जल विद्युत निगम का गठन किया इसके द्वारा 2055 मेगावाट उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में बिहार में चार जल विद्युत परियोजना काम कर रही है-
(i) पश्चिमी सोन नहर परियोजना
(ii) पूर्वी सोन लिंक नहर
(iii) पूर्वी गण्डक नहर परियोजना
(iv) कटैया परियोजना।
प्रश्न 7.सोन नदी घाटी परियोजना से उत्पादित जल विद्युत का वर्णन कीजिए।
उत्तर- सोन नदी घाटी बहूद्देशीय परियोजना के अन्तर्गत जल विद्युत उत्पादन के लिए शेक्ति गृहों की स्थापना की गई है। पश्चिमी नहर पर डेहरी पास 6.6 मेगावाट उत्पादन क्षमता का शक्ति गृह स्थापित है। इसी प्रकार पूर्वी नहर शाखा पर
वारुण नामक स्थान पर 3.3 मेगावाट क्षमता का शक्ति गृह इसी प्रकार निर्माण किया गया है। सोन नदी पर इन्द्रपुरी के पास एक बाँध के निर्माण का प्रस्ताव भी है। सोन नदी पर इन्द्रपुरी के पास एक बाँध के निर्माण का प्रस्ताव भी है और 450 मेगावाट पर बिजली उत्पादन का लक्ष्य है।
प्रश्न 8. बिहार में तापीय विद्युत केन्द्रों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर – परम्परागत ऊर्जा स्रोतों में बिहार में कई तापीय विद्युत केन्द्र हैं। इनमेंकहलगाँव, कांटी और बरौनी तापीय विद्युत केन्द्र प्रमुख हैं। कहलगाँव सुपर र्थमल पावर की उत्पादन क्षमता 840 है। यह केन्द्र द्वारा प्रायोजित NTPC के अधीन कार्य करता है। भविष्य में इसकी क्षमता 1500 मेगावाट करने की योजना है। कांटी तापीय विद्युत केन्द्र मुजफ्फरपुर के निकट है। इसकी उत्पादन क्षमता 120 मेगावाट है और बरौनी ताप विद्युत परियोजना की स्थापना रूस के सहयोग से किया गया था। इसकी उत्पादन क्षमता 145 मेगावाट है। इन परियोजनाओं के अतिरिक्त कुछ प्रस्तावि तापीय विद्युत परियोजनाएँ भी हैं इनमें बाढ़ और नवीनगर तापीय परियोजना है। बाढ़ प्रस्तावित क्षमता 2000 मेगावाट है इसका निर्माण कार्य NTPC द्वारा ही हो रहा है। यह पटना जिला के बाढ़ अनुमण्डल में है। नवीनगर तापीय विद्युत परियोजना का निर्माण रेलवे एवं NTPC के संयुक्त
प्रयास से हो रहा है। इसका प्रस्तावित उत्पादन क्षमता 1000 मेगावाट है और यह औरंगाबाद जिला में है।
प्रश्न 9. बिहार के दो जलविद्युत के नाम लिखें?
उत्तर—डेहरी, रोहतास में पश्चिमी सोन परियोजना।
प्रश्न 10. तीन धात्विक खनिज के नाम लिखें?
उत्तर-(क) बॉक्साइट, (ख) मेग्नेटाइट, (ग) सोना अयस्क ।
प्रश्न 11. बिहार में सोना कहाँ मिलता है ?
उत्तर-सोना दक्षिणी बिहार की नदियों के बालू रेत
के साथ मिलता है।
प्रश्न 12. बिहार की सबसे बड़ी तापीय विद्युत परियोजना है?
उत्तर-कहलगांव सुपर थर्मल पावर बिहार की सबसे बड़ी तापीय विद्युत परियोजना है
प्रश्न 13. अभ्रक का उच्च कोटि क्षेत्र है?
उत्तर—मास्कोह्वाइट बहुत ही उच्च कोटि का अभ्रक होता है। इसे बंगाल रूबी के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 14. बिहार में ग्रेफाइट एवं यूरेनियम के वितरण को लिखिए।
उत्तर—बिहार में यूरेनियम गया जिले के सूईगार के निकट अखबरी पहाड़ी के अलावे जहानाबाद, अरवल, मुंगेर, जमुई, भागलपुर जिलों में मिलता है। ग्रेफाइट का सीमलताला क्षेत्र प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है।