You are currently viewing 10th Economics Short Question Chapter 6

10th Economics Short Question Chapter 6

प्रश्न 1. बहुराष्ट्रीय कंपनी किसको कहते हैं ?

उत्तर—बहुराष्ट्रीय कम्पनी वह है जो एक से अधिक देशों में उत्पादन पर नियंत्रण व स्वामित्व रखती है। जैसे-फोर्ड मोटर्स, सैमसंग कोकाकोला नोकिया, इंफोसिस, टाटा मोटर्स आदि ।

प्रश्न 2. वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं?

उत्तर वैश्वीकरण का अर्थ विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं में सामंजस्य स्थापित करना और उन्हें एक-दूसरे से जोड़ना है। इस प्रक्रिया में हम आर्थिक रूप से वैश्विक अथवा अंतराष्ट्रीय स्तर पर पारस्परिक रूप से निर्भर होते हैं। मुक्त व्यापार वैश्वीकरण का आधार है। इस व्यवस्था में वस्तुओं के आयात एवं निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है। इसके अंतर्गत विश्व की सभी अर्थव्यवस्थाएँ एक बाजार या एक अर्थव्यवस्था हो जाती है। विश्व अर्थव्यवस्थाओं के युग्मन अथवा एकीकरण से उत्पादन के साधनों का इस प्रकार आवंटन होता है। जिससे उत्पादन और कुशलता की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त होते हैं।

प्रश्न 3. निजीकरण से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- निजीकरण का अभिप्राय निजी क्षेत्र द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों पर पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से स्वामित्व प्राप्त करना तथा उनका प्रबंध करना है आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत भारत सरकार ने सन् 1991 से निजीकरण की नीति अपनाई।

प्रश्न 4. विश्व व्यापार संगठन क्या है और यह कब और क्यों स्थापित किया गया? [2016A, M.Q., Set-III : 2016, TBQ]

उत्तर—विश्व व्यापार संगठन (WTO) की स्थापना 1995 में हुई। द्वितीय महायुद्ध के समय विश्व के प्रायः सभी देशों में विदेशी व्यापार पर कई प्रकार के प्रतिबंध लगा दिए गए थे। इन प्रतिबंधों के कारण अंतरराष्ट्रीय व्यापार के क्षेत्र क्रमशः
संकुचित होता जा रहा था। अतः, अंतराष्ट्रीय व्यापार की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 1947 में जेनेवा सम्मेलन में एक समझौता हुआ। यह समझौता ही ‘सामान्य प्रशुल्क एवं व्यापार समझौता’ (GATT) कहा जाता है। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य व्यापारिक प्रतिबंधों को कम करना तथा अंतराष्ट्रीय व्यापार में विभेदात्मक नीति का बहिष्कार करना था। अब इस संगठन का स्थान विश्व व्यापार संगठन ने ले लिया है।

प्रश्न 5. वैश्वीकरण क्या है? इसके प्रमुख दो अंगों की विवेचना कीजिए?
[M. Q., Set-III : 2016, M. Q., Set-1 : 2011]

उत्तर वैश्वीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का समन्वय या एकीकरण किया जाता है, ताकि वस्तुओं एवं सेवाओं, प्रौद्योगिकी, पूँजी और श्रम या मानवीय पूँजी का भी निर्बाध प्रवाह हो सके । इसके अन्तर्गत पूँजी, वस्तु तथा प्रौद्योगिकी का निर्बाध रूप से एक देश से दूसरे देश में प्रवाह होता है
वैश्वीकरण के विभिन्न अंगों में निम्नलिखित दो प्रमुख अंग हैं-
(i) व्यवसाय एवं व्यापार-संबंधी अवरोधों की कमी इसका अभिप्राय है कि विदेशी कम्पनियाँ भारतीय बाजार में अपनी वस्तुएँ एवं सेवाएँ बेच सकती हैं।
(ii) पूँजी का निर्बाध प्रवाह ऐसा वातावरण कायम करना जिससे विभिन्न देशों में पूँजी का प्रवाह स्वतंत्र रूप से हो सके । अर्थात् विदेशी पूँजीपति अब भारत में निवेश कर सकते हैं और भारतीय पूँजीपति विदेशों में निवेश कर सकते हैं।

प्रश्न 6. उदारीकरण को परिभाषित करें ?

उत्तर- इसका अर्थ है सरकार द्वारा लगाए गए सभी अनावश्यक नियंत्रणों तथा प्रतिबंधों जैसे-लाइसेंस कोटा आदि को हटाना है । आर्थिक सुधारों के अन्तर्गत सन्
1991 से भारत सरकार ने उदारीकरण की नीति अपनाई है।

प्रश्न 7. W.T.O. के विस्तारित रूप लिखें। [2011A]
अथवा, विश्व व्यापार संगठन (W.T.O.) क्या है?

उत्तर-विश्व व्यापार संगठन (W.T.O.-World Trade Organization) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संगठन है जिसका लक्ष्य व्यापार को उदार तथा लचीला बनाना है। इसकी स्थापना जनवरी 1995 में की गई थी। भारत इसका संस्थापक सदस्य रहा है। इसका मुख्यालय जेनेवा में है। यह सभी देशों से मुक्त व्यापार की सुविधा देता है। किन्तु विकसित देशों के द्वारा कुछ व्यापार अवरोधक कभी-कभी पैदा किये जाते हैं। विश्व व्यापार संगठन के कारण आज सभी देशों के आपस में व्यापार बढ़े हैं और रिश्तों में मजबूती आई है।

प्रश्न 8. वैश्वीकरण क्या है? एक आदमी पर पड़ने वाले अच्छे प्रभावों की विवेचना कीजिए

उत्तर वैश्वीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाओं का समन्वय या एकीकरण किया जाता है ताकि वस्तुओं एवं सेवाओं, प्रौद्योगिकी पूँजी और श्रम या मानवीय पूँजी का भी निर्बाध प्रवाह हो सके । इसके अन्तर्गत पूँजी, वस्तु तथा प्रौद्योगिकी का निर्बाध रूप से एक देश से दूसरे देश में प्रवाह होता है वैश्वीकरण के अच्छे प्रभाव वैश्वीकरण के एक व्यक्ति पर पड़ने वाले
अच्छे प्रभाव निम्न हैं
(1) रोजगार के अवसरों में वृद्धि यह आशा की जाती है कि विभिन्न क्षेत्रों के बीच समाकलन होने पर घरेलू देश में उत्पादन अधिक होता है। इससे रोजगार के अवसर में वृद्धि होती है
(2) गुणवत्ता में सुधार अन्य फर्मों के साथ कड़ी प्रतियोगिता होने के कारण वस्तु की गुणवत्ता में सुधार होता है।

प्रश्न 9. भारत में सन् 1991 के आर्थिक सुधारों से आप क्या समझते

उत्तर–आर्थिक सुधारों का मतलब उन नीतियों से है जिसका प्रारंभ 1991 के आर्थिक व्यवस्था में कुशलता, उत्पादकता, लाभदायकता एवं प्रतियोगिता की शक्ति
के स्तरों में वृद्धि करने के दृष्टिकोण से किया गया है। यह
उदारीकरण, निजीकरण तथा वैश्वीकरण भी नीतियों पर आधारित है। इसे हम नई आर्थिक नीति के नाम
से भी जानते हैं।

प्रश्न 10. भारत में रोजगार मिलने की संभावना क्यों बढ़ गई है?

उत्तर—पूँजी और उद्योग क्षेत्र में विदेशी पूँजी लगने के कारण रोजगार की संभावना बढ़ गई है।

प्रश्न 11. मॉल से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- इसमें एक ही छत के नीचे उपभोक्ता के लिए हर छोटी एवं बड़ी वस्तुएँ उपलब्ध होती है, उसे मॉल कहते हैं

 

प्रश्न 12. बेरोजगारी की समस्या बढ़ने की संभावना कैसे बढ़ गई है ?

उत्तर वैश्वीकरण के कारण आधुनिक संयंत्रों से मशीनी उत्पादन को बढ़ावा मिला है, जिसके कारण बेरोजगारी की संभावना बढ़ रही है।

प्रश्न 13. बिहार में विकास की गति तेज नहीं होने के क्या कारण है ?

उत्तर बिहार में शक्ति साधन के रूप में बिजली पर्याप्त रूप में उपलब्ध नहीं है, साथ ही सड़क का भी अभाव है जिसके कारण विकास की गति तीव्र नहीं है ।

प्रश्न 14. संचार माध्यमों का महत्त्वपूर्ण योगदान वैश्वीकरण में प्राप्त है। कैसे?

उत्तर-दूरसंचार सुविधाएँ (टेलीफोन, मोबाइल फोन, फैक्स) के द्वारा दुनिया के किसी कोने में संपर्क बना सकते हैं। इस तरह वैश्वीकरण में संचार का महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।

प्रश्न 15. बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ वैश्वीकरण में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है?

उत्तर–बहुराष्ट्रीय कंपनियां वस्तुओं एवं सेवाओं का उत्पादन विश्व स्तर पर करके एवं विश्व भर के उत्पादन को एक-दूसरे के साथ जोड़कर वैश्वीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

प्रश्न 16. आर्थिक सुधारों के दो उद्देश्य बताएँ

उत्तर-आर्थिक सुधारों के दो उद्देश्य इस प्रकार हैं-
(i) उत्पादन इकाईयों की क्षमता बढ़ाना ।
(ii) आर्थिक विकास दर को बढ़ाना ।

प्रश्न 17. नई आर्थिक नीति LPG से क्या समझते हैं ?

उत्तर—ये आर्थिक सुधार उदारीकरण, निजीकरण तथा वैश्वीकरण की नीतियों पर आधारित है। अतः इन्हें हम LPG नीति भी कहते हैं, और इन्हीं आर्थिक सुधारों को हम नई आर्थिक नीति के नाम से पुकारते हैं।

प्रश्न 18. बहुराष्ट्रीय कंपनी की कार्य प्रणाली क्या है ?

उत्तर—ये कंपनियाँ उत्पादन लागत में कमी करने एवं अधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से उन जगहों या देशों में उत्पादन के लिए कारखाने स्थापित करती है, जहाँ उन्हें सस्ता भूमि एवं श्रम एवं कच्चा माल या अन्य संसाधन मिल सके।

प्रश्न 19. वैश्वीकरण को संभव बनाने वाले कौन-कौन से कारक हैं?

उत्तर-वैश्वीकरण को संभव बनाने वाले निम्न कारक हैं-
(1) प्रौद्योगिकी में प्रगति
(ii) विदेशी व्यापार तथा
(ii) विदेशी निवेश का उदारीकरण ।

प्रश्न 20. ‘व्यापार अवरोधक’ से क्या समझते हैं ?

उत्तर- इसे अवरोधक इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह कुछ प्रतिबंध लगाता है। सरकार व्यापार अवरोध का प्रयोग विदेश व्यापार में वृद्धि या कटौती करने एवं कौन-सी वस्तु देश में कितनी मात्रा में आयात होनी चाहिए यह निर्णय करने के लिए करती हैं।

प्रश्न 21. वैश्वीकरण का किस प्रकार श्रम संगठन पर बुरा प्रभाव पड़ा है ?

उत्तर- श्रमिक संगठनों के द्वारा आम मजदूरों की न्यूनतम मांगों को संगठित रूप से मांग की जाती है जिससे श्रमिकों को सामान्य वेतन एवं सुविधा उपलब्ध होती है। अब वैश्वीकरण के कारण श्रम कानूनों में लचीलापन आया है, जिससे श्रमिक संगठन भी कमजोर हो गया है। इससे आम श्रमिकों की उचित पारिश्रमिक मिलने में कठिनाई आने लगी है।

प्रश्न 22. विश्व व्यापार संगठन क्या है? यह कब और क्यों स्थापित किया गया?

उत्तर- विश्व व्यापार संगठन (W.T.O) एक ऐसा संगठन है, जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को उदार बनाना है। इस संगठन की स्थापना जनवरी 1995 में की गई थी। इसका मुख्यालय जेनेवा में है।

प्रश्न 23. अगर विदेशी व्यापार पर नियंत्रण न हो तो क्या फायदे हो सकते हैं?

उत्तर- अगर विदेशी व्यापार पर नियंत्रण न हो तो माल एक देश से दूसरे देश में सुगमता से आ सकेगा। जिसके परिणामस्वरूप वस्तुओं का बाजार विकल्प बढ़ जाता है और विभिन्न देशों के बाजारों में वस्तुओं के मूल्य लगभग समान हो जाते हैं ।